ब्राडगेज के ट्रायल पर घंसौर से नैनपुर पहुंचा रेल इंजन
छोटी लाइन (नैरोगेज) की ट्रेन बंद होने के बाद से ही लोगों को ब्राडगेज पर दौड़ने वाली ट्रेन का बेसब्री से इंतजार था। ब्राडगेज लाइन का काम पूरा होने के बाद शुक्रवार को पहली बार ट्रायल पर रेल इंजन घंसौर से नैनपुर पहुंचा। जिसका लोगों ने फूल मालाओं से स्वागत किया। इंजन को देखने लोग रेल पांतों के किनारे खड़े रहे। रुकने पर किसी ने इंजन में चढ़कर लोको पायलटों का स्वागत किया तो किसी ने मिठाई खिलाई। ट्रायल पर इंजन के पहुंचने से लोगों को उम्मीद बढ़ गई है कि अब जल्द ही ट्रेन की सुविधा उन्हें मिल जाएगी। ट्रायल के दौरान लोको पायलट और विशेषज्ञ तय करेंगे कि रेल लाइन...
more... ट्रेनों के परिचालन के लिए उपयुक्त हैं या नहीं।
दोपहर 2 बजे पिंडरई पहुंचा
घंसौर से रवाना होने के बाद दोपहर 2 बजे के आसपास रेल इंजन पिंडरई पहुंचा। लोगों ने चालक व अन्य रेल अधिकारियों का तिलक लगाकर स्वागत किया। रेलवे फाटक पिंडरई में 20 मिनट रुकने के बाद पिंडरई स्टेशन के प्लेटफार्म पर भी करीब 15 मिनट इंजन खड़ा रहा। यहां भी क्षेत्रवासियों ने इंजन की अगवानी एवं स्वागत किया। इसके बाद इंजन नैनपुर के लिए रवाना हुआ।
दो घंटे में तय किया सफर
घंसौर से दोपहर करीब 12 बजे ट्रायल इंजन पिंडरई-नैनपुर के लिए निकला। करीब दो घंटे बाद बारिश के बीच पिंडरई की सीमा में इंजन ने प्रवेश किया। यहां करीब आधे घंटे रूकने के बाद इंजन नैनपुर के लिए रवाना हो गया। इंजन ने करीब 23 किमी की दूरी दो घंटे में पूरी की। बतादें कि वर्ष 2015 सितंबर में छुक छुक ट्रेन बंद हो गई थी। करीब दो साल बाद ब्राडगेज का इंजन दौड़ा है। लोगों का कहना है कि ब्राडगेज से लोग बड़े शहरों से जुड़ जाएंगे। क्षेत्र का विकास होगा।
तकनीकी स्टाफ ने किया चेक
बताया गया कि इंजन की स्पीड काफी कम थी। करीब 20 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल रहा था। टेक्निलकल स्टाफ भी पातों को चेक कर रहा था। विशेषज्ञ उनके बीच की दूरी व कसाव को देखते हुए आगे बढ़ रहे थे। यहां से लौटने के बाद इसकी तकनीकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी।
अक्टूबर तक सवारी गाड़ी चलने की उम्मीद
रेल सूत्रों के अनुसार रेल पांत का काम तो पूरा हो गया है, लेकिन स्टेशन में तकनीकी काम शेष है। रेलवे फाटक का निर्माण अधूरे पड़ा है। इंटरनेट कनेक्शन व सिग्नल का काम भी होना है। जिसमें करीब 2 से 3 माह का वक्त लग सकता है। इस बीच और ट्रायल होंगे। जिसके बाद ही सवारी इंजन दौड़ेगा। इस काम में अक्टूबर तक का वक्त लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
नैनपुर में बजाए बैंड
एशिया का छोटी लाइन का सबसे बड़ा जंक्शन कहलाने वाला नैनपुर में पहली बार ब्राडगेज का इंजन दौड़ा। जिसका नगरवासियों ने बैंड बाजों के साथ स्वागत किया। लोग चकोर पुल में शीतला माता मंदिर, बड़ी खैरमाई वार्ड क्रमांक 10 रेलवे क्रासिंग, सिवनी फाटक व रेलवे स्टेशन पर एकत्र थे। बारिश में भी इंजन का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही इंजन पहुंचा। ट्रेन में सवार लोगों का स्वागत मिठाई खिलाकर किया गया। घंसौर से ही कुछ लोग इंजन में सवार होकर पिंडरई पहुंचे थे। जबकि पिंडरई के कुछ नागरिक इंजन में सवार होकर नैनपुर के लिए रवाना हुए।