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मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या दो पर वाशिंग अप्रेन का कार्य डेढ़ साल बाद भी शुरू नहीं हो सका है। नाले से जालियां हटाने से आए दिन यात्री इनमें गिर रहे हैं। उसके बावजूद रेल प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा। जोधपुर मंडल के इस महत्वपूर्ण जंक्शन स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक व दो के बीच में दो पटरियां हैं। यहां ट्रेन खड़ी रहने के दौरान यात्रियों के शौच कर देने से गंदगी के कारण माहौल दूषित हो जाता है। इस कारण जोधपुर रेलवे स्टेशन की तर्ज पर पटरी संख्या दो को शीघ्र ही वाशिंग अप्रेन करने के लिए सितंबर 2012 में सर्वे व तकमीना बनाने के बाद रेलवे मुख्यालय से स्वीकृति जारी करने पर एक करोड़ का...
more... टेंडर कर दिया गया। दिसंबर 2012 में संबंधित ठेकेदार ने दोनों पटरियों के बीच बने नाले पर लोहे की जालियां आदि हटाकर मुहूर्त भी कर दिया। एक दो दिन में पटरियां हटाकर कार्य शुरू किया जाना था। इस दरमियान कोहरे व ठंड के कारण चल रही ट्रेनों को अधिक देरी का सामना नहीं करना पड़े, इसलिए ठेकेदार को ब्लॉक नहीं दिया गया। बाद में यह काम शुरू ही नहीं हो पाया।
दो पटरियों के बीच बने गंदे पानी के नाले से लोहे की जालियां हटाने से आए दिन यात्री इनमें गिर रहे हैं। प्लेटफार्म काफी लंबा है। मगर फुटब्रिज मात्र एक है। इसलिए यात्री मजबूरी में एक से दूसरे प्लेटफार्म पर आने जाने के लिए पटरियां पार करते हैं। वैसे पटरियां पार करना कानूनी अपराध है। मगर दोनों पटरियों के बीच फेंसिंग नहीं होने से यात्री आसानी से पटरियां पार करते रहते हैं।
मेड़ता रोड स्टेशन से होकर चौबीस घंटों के दौरान करीब 60 ट्रेनें निकलती हैं। यहां प्लेटफार्म मात्र तीन हैं। पटरी संख्या दो पर वाशिंग अप्रेन का कार्य शुरू कर भी दिया गया तो 60 दिन तक पटरी पर ट्रेनों को नहीं लिया जा सकेगा। इससे परेशानी और बढ़ेगी। इसलिए रेल प्रशासन फिलहाल मंजूरी नहीं दे रहा है।