फर्रुखाबाद। मथुरा-कासगंज-कल्याणपुर रेल खंड में इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने के लिए 338 किमी ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया है। बुधवार को रेलवे संरक्षा आयुक्त व डीआरएम ने निरीक्षण किया। फर्रुखाबाद से कन्नौज तक 115 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ाई गई। ट्रायल सफल होने से शीघ्र ही रेलवे ट्रैक पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाए जाने को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। मथुरा-कासगंज-कल्याणपुर तक 338 किमी रेल खंड में इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने को विद्युतीकरण किया गया है। वर्ष 2016-17 के बजट में 432.99 करोड़ की लागत से विद्युतीकरण का कार्य स्वीकृत हुआ था, जो अब पूरा हो चुका है। रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) पूर्वोत्तर परिमंडल मो. लतीफ खान ने मंडल रेल प्रबंधक दिनेश कुमार सिंह के साथ कन्नौज से फर्रुखाबाद तक रेलवे लाइन के विद्युतीकरण का ट्रेन से निरीक्षण किया।
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more... दोपहर बाद करीब 3.30 बजे स्पेशल ट्रेन से फर्रुखाबाद स्टेशन पहुंचे। वहां पहले से इलेक्ट्रिक इंजन खड़ा था। स्पेशल ट्रेन से उतरकर सीआरएस ने स्टेशन के पैनल रूम व विद्युत सबस्टेशन देखे। काम संतोषजनक पाया गया। इस बीच कर्मचारियों ने ट्रैक पर खड़े नए इलेक्ट्रिक इंजन का नारियल तोड़कर विधिविधान से पूजन किया।
नए इंजन को स्पेशल ट्रेन में लगाया गया। 4.58 बजे सीआरएस व डीआरएम स्पेशल ट्रेन से कन्नौज के लिए रवाना हुए। इलेक्ट्रिक इंजन वाली स्पेशल ट्रेन रेलवे ट्रैक पर 115 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ी। लगभग 58 किमी की दूरी 40 मिनट में तय कर कन्नौज पहुंच गई। इससे पूर्व रेल संरक्षा आयुक्त मथुरा से मेंडू, मेंडू से दरियावगंज, दरियावगंज से फर्रुखाबाद और कन्नौज से कल्याणपुर तक रेल खंडों का निरीक्षण कर चुके हैं।
निरीक्षण के दौरान स्टेशन मास्टर योगेंद्र शाक्य, इंजीनियर आलोक कुमार शुक्ला, आशुतोष मिश्रा, सत्येंद्र सिंह, कार्यदायी संस्था इरकॉन के मुख्य महाप्रबंधक हर्ष खरे आदि मौजूद रहे। सीआरएस ने बताया कि वह दो दिन में अपनी निरीक्षण रिपोर्ट सौंप देंगे। इसके बाद इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने पर विचार किया जाएगा।