Darbhanga:भारत-नेपाल के बीच रेलसेवा मार्च से संभावित, दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक।
जयनगर भारत-नेपाल के बीच बड़ी रेल लाइन कार्य प्रगति पर हैं। ट्रेन के रख रखाव मेंटेनेंस तथा रनिंग व्यवस्था को लेकर एक अगस्त को दिल्ली में भारत नेपाल रेलवे बोर्ड की एक अहम बैठक है। इरकॉन के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। भारत सरकार की सबसे बड़ी रेल उपक्रम इरकॉन इस निर्माण कार्य को अंजाम दे रही है।
650...
more... करोड़ रुपये की केंद्र सरकार की यह एक बड़ी महत्वाकांक्षी योजना है। जयनगर-वर्दीवास (नेपाल) के बीच 81 किमी. लंबी बड़ी रेल लाइन का निर्माण होना है। प्रथम फेज में जयनगर से जनकपुर (नेपाल) 29 किमी. रेल लाइन निर्माण कार्य पूरा होगा। दूसरी फेज में जनकपुर से बिजलपुरा (नेपाल) 24 किमी. तक और इसके बाद बिजलपुरा से वर्दीवास 28 किमी. बड़ी रेल लाइन निर्माण कार्य पूरा की जाएगी।
जयनगर-जनकपुर (नेपाल) रेलखंड पर 60 फीसदी से अधिक मिट्टी संबंधी कार्य पूरा हो चुका हैं। बारिश के कारण फिलहाल कार्य रुका हुआ है। बारिश मौसम के बाद मिट्टी वाली कार्य पूरा कर ब्लाइकेटिंग, ब्लास्टर तथा स्लीपर बिछाने की कार्य प्रारंभ किया जाएगा। ब्लास्टर स्लीपर के लिए टेंडर की प्रक्रिया प्रोसेस में हैं। जनवरी-फरवरी 2017 में इन रेलखंड पर पटरी बिछाने का कार्य शुरू किया जाएगा। जयनगर से बिजलपुरा करीब 53 किमी. की दूरी में 16 पूल हैं, जिसमें से 14 पूल का निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। कुल 91 पुलियां में 61 पुलियां बनकर तैयार है। 9 स्टेशन 5 हाल्ट होंगे।
मधेस आंदोलन के कारण हुई देरी
16 अगस्त 2015 में नेपाल में भड़का मधेस आंदोलन को लेकर रेल लाइन निर्माण कार्य करीब 6 से 7 महीना बाधित रहा। तकनीकी समस्याएं बारिश की वजह से भी अक्सर कार्य में रुकावट आती है। जिसके कारण निर्माण कार्य धीमा रहा। 2011 में इरकॉन को भारत-नेपाल रेल लाइन निर्माण कार्य का जिम्मा मिला। तीन साल में निर्माण कार्य इरकॉन को पूरा करना था। प्रारंभ प्राक्कलित राशि 548 करोड़ रुपये की थी। वह बढ़कर अब 650 करोड़ रुपये की हो गई है। जयनगर से जनकरपुर (नेपाल) 29 किमी. रेल लाइन निर्माण कार्य का टेंडर असम के नायक इंफ्रास्ट्रक्चर को मिला हैं। 2013 में नायक इंफ्रास्ट्रक्चर, इरकॉन की टेंडर प्रक्रिया को फुल फिल किया था। जयनगर से वर्दीवास (नेपाल) के बीच रेल लाइन निर्माण कार्य का टेंडर नेपाल के कालीकारमण एजेंसी को मिला हैं। कालिकारामण भी इरकॉन की टेंडर प्रक्रिया 2014 में फुल फिल किया था।
80से 100 किमी. की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन
जयनगर-जनकपुर(नेपाल)- वर्दीवास (नेपाल) रेलखंडों पर 80 से 100 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन दौड़ेगी। चंद घंटों में यात्री नेपाल के खुबसुरत हरा-भरा पहाड़ों के बीच पहुंच कर मनमोहक प्रकृति छटा को अपनी आंखों में कैद कर सकेंगे। इरकॉन के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मार्च 2017 में भारत-नेपाल के बीच ट्रेन दौड़ने लगेगी। निर्माण कार्य प्रगति पर हैं।
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