सर क्यों मजाक कर रहे हैं. राजनेताओं और अफसरों की मिलीभगत से दर्जनों बसें चलती है, सभी को पता है. जिस दिन दस गाड़ियां चल जायेंगी लगभग सभी बंद हो जायेंगी सो चढ़ावा चढ़ावो और प्रतिफल पावो वाला खुला खेल है. कल्याण सर्किल पर बसों पर चढ़ते यात्री देख सकते हैं. और तो और फतेहपुर से चूरू को ही लेट करवा रहे हैं ताकि सारा काम रुका रहे . बीकानेर महाराजा गंगा सिंह जी ने लुहारू के नवाब को मुंह मांगी धनराशि देकर रेलगाड़ी रेवाड़ी और आगे दिल्ली तक ले गए थे. जनता को ठगने का दुष्फल पूर्ववर्ती सरकार ने भुगता उसी से सबक लेना चाहिए था. आज सीकर के हालत स्वयं रो रो कर बयां कर रहे हैं . बीकानेर का भला तो मा.अर्जुन राम मेघवाल जी ने रेल गाड़ियों की लाइन लगा कर किया है वैसा कोई और आस पास तो नहीं.सालासर एक्सप्रेस का सुझाव उनको मैंने व्यक्तिगत...
more... रूप से दिया था पात्र के साथ. खैर आपके मुंह में घी शक्कर कि एक नवम्बर से काम से काम दस गाड़ियां चलेगी. शुभेच्छा