जब ट्रेनें बढेगी तो आय भी उस अनुपात से बढेगी। और समय के साथ पड़ोसी जिले के लोग भी भागलपुर आकर गाड़ी पक रेंगे। भागलपुर के साथ तो ना इन्साफ़ी तो होती आ रही है।ये तो पिछ्ले 8 सालों से देख रहा हुँ। 8 साल में सिर्फ गिन कर 2 3 ट्रेनें मिली है। जबकि इतने सालों में हमारे खगड़िया तरफ 10 - 12 ट्रेन मिल गयी है।