अब ट्रेन मिलने का चांस ज्यादा है अगले तीन वर्ष तक उम्मीद कर सकते हो, जब तक बीजेपी सरकार है और सिंधिया जी मंत्री है पूरा चांस है
क्योंकि वो सिंधिया जी हैं शेजवरकर नहीं जो ग्वालियर से ज्यादा झांसी-शिवपुरी-सवाई माधोपुर लाइन की बात कर रहे थे उन्होंने एक बार भी ग्वालियर-शेओपुर-कोटा लाइन की बात नहीं की जबकि बजट भी केवल 35 करोड़ मिले, जबकि सिंधिया जी एक्स्ट्रा बजट दिला दिया