गोरखपुर (एसएनबी)। गोरखपुर जंक्शन यार्ड रिमाडलिंग का कार्य अपने अंतिम चरण में है। कार्य की समीक्षा करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक कृष्ण कुमार अटल ने वरिष्ठ रेल अधिकारियों के साथ शुक्रवार को बैठक की और विभिन्न पक्षों पर र्चचा की गयी। बैठक में सबसे महत्वपूर्ण बिन्दु एनआई (नान-इंटरलाकिंग) रहा। महाप्रबंधक ने एनआई के सभी संभावित पक्षों पर गहन विचार-विमर्श किया। हालांकि एनआई को लेकर किसी अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका, पर बहुत सी जटिलताओं को आज की बैठक में हल किया गया। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि यार्ड रिमाडलिंग परियोजना की समीक्षा में अभी तक समयबद्ध तरीके से संपन्न किए गए कार्यो को अपेक्षित स्तर का पाया गया। महाप्रबंधक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नान इंटरलाकिंग कार्य संपन्न करने के लिए हर पक्ष को ध्यान में रखकर कार्य योजना बनायी जाए तथा...
more... इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि पूरी गुणवत्ता के साथ यह कार्य कम से कम समय में संरक्षा से बिना कोई समझौता किए पूरा किया जाए। श्री अटल ने इस बात पर विशेष बल दिया कि नान इंटरलाकिंग कार्य संपादित करते समय इस बात की पूरी कोशिश की जाए कि हर क्षण का हम तार्किक उपयोग करें जिससे रेल आवागमन कम से कम प्रभावित हो तथा यात्रियों को विशेष असुविधा न हो। बैठक में 48 घंटे पूरी तरह से रेल संचलन बंद करने या धीरे-धीरे लंबे समय में नान इंटरलंकिंग करने के विकल्पों पर विचार किया गया। माह जुलाई में प्रस्तावित नान इंटरलाकिंग कार्य के लिए लखनऊ मंडल के विभागीय अधिकारियों द्वारा आपसी परामर्श एवं मुख्यालय के निर्देशन में तैयार कार्य योजना की हर बिन्दु पर महाप्रबंधक ने विस्तार से र्चचा की तथा अनेक सुझाव दिए। महाप्रबंधक ने अधिकारियों की प्रतिक्रिया भी जानी। नान इंटरलाकिंग से पूव; नान इंटरलाकिंग के दौरान तथा उसके उपरांत परीक्षण के सभी पहलुओं पर विस्तार से र्चचा की गयी। इस कार्य को संपन्न कराने के लिए गाड़ियों के मार्ग परिवर्तन, निरस्तीकरण तथा शार्ट टर्मिनेशन से संबंधित अनेक परिचालनिक मुद्दों पर भी महाप्रबंधक ने र्चचा की। यात्रियों की सुविधा के लिए नान इंटरलाकिंग कार्य अवधि को यथा संभव कम करने के लिए भी रणनीति बनायी गयी। महाप्रबंधक ने एक बार पुन: वरिष्ठ रेल अधिकारियों के साथ गोरखपुर यार्ड का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। गोरखपुर जंक्शन यार्ड रिमाडलिंग को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक गो अ म् स् प््र म् अ प््र अ इ अ प् नाथ द य् नीिको उ अ अ अ यार्ड रिमाडलिंग के दौरान होने वाले कार्य नान इंटरलाकिंग अवधि में अप साइड की गाड़ियां प्लेटफार्म नंबर 4 तथा डाउन साइड की गाड़ियां प्लेटफार्म नंबर 6 से चलाई जाएंगी नान इंटरलाकिंग अवधि में 4 प्वाइंटर लगाए जाएंगे तथा 10 प्वाइंटर को डिसमेंटल किया जाएगा प्री नान इंटरलाकिंग अवधि में 26 नए प्वाइंट लगाए जाएंगे तथा 14 प्वाइंटों को डिसमेंटल किया जाएगा कुल 56 नए प्वाइंट लगाए जाने हैं जिसमें से अभी तक 31 प्वाइंटर लगाए जा चुके हैं अभी तक गोरखपुर याड्र में कुल 98 प्वाइंट हैं जो नान इंटरलाकिंग के बाद बढ़कर 137 हो जाएंगे यार्ड रिमाडलिंग से होने वाले लाभ यार्ड रिमाडलिंग के बाद 4 अतिरिक्त रनिंग लाइनें उपलब्ध हो जाएंगी इसी प्रकार 3 यात्री प्लेटफार्म उपलब्ध हो जाएंगे नया कैब-वे पल्ेटफार्म उपलब्ध हो जाएगा प्लेटफार्म नंबर 6 व 7 में एक साथ गाड़ियां ली जा सकती हैं दो लाइनों के बंचिंग हो जाने से सभी दिशाओं से गाड़ियां प्लेटफार्मो पर लिए जाने की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी बेहतर रोड एप्रोच उपलब्ध होगा एआरटी एवं एसपीएआरएमई के लिए स्वतंत्र लासन उपलब्ध होगी इसके अतिरिक्त तीसरा उपरिगामी गुल फरवरी 2014 तक बनाया जाएगा दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफार्म गोरखपुर में तैयार हो जाएगा