अब दो इंजन के सहारे पुश एंड पुल सिस्टम से दौड़ेंगी ट्रेनें
मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों से यात्रा का समय घटाने के लिए पुश एंड पुल सिस्टम से ट्रेनें दौड़ेंगी। इस सिस्टम में तकनीकी तारतम्य के साथ आगे और पीछे दो इंजन लगेंगी। नई इजाद की गई इस सिस्टम का दिल्ली-मुंबई रेलखंड पर ट्रायल हो गया है।
रेलवे बोर्ड ने पूर्व रेलवे जोन को भी इसे व्यवहार में लाने का निर्देश दिया है। भागलपुर रेलखंड की विक्रमशिला व एलटीटी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें इस सिस्टम से चलेंगी।
पूर्व...
more... रेलवे ने पहले दो ट्रेन हावड़ा-दिल्ली और सियालदह-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को पुश एंड पुल सिस्टम से चलाने का निर्णय लिया है।
पहले चरण में राजधानी जैसी ट्रेनों में इसे व्यवाहार में लाया जाएगा। इसके बाद सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों में इस सिस्टम को लागू किया जाएगा।
क्या है पुश एंड पुल सिस्टम
इस सिस्टम के तहत ट्रेन में आगे और पीछे दो इलेक्ट्रिक इंजन लगी होती है। एक खींचता है तो एक ढकेलता है। इससे ट्रेन की स्पीड अधिक होती है। दोनों इंजन के परिचालन में सामंजस्य और नियंत्रण के लिए मोबाइल के ब्लूटूथ डिवाइस की तरह ही एक डिवाइस होता है।
विद्युतीकरण का होगा फायदा
पुश एंड पुल सिस्टम में इलेक्ट्रिक इंजन का ही इस्तेमाल होना है। लिहाजा इसमें वैसी ट्रेनें ली जाएंगी, जिसमें एलएचबी और इलेक्ट्रिक इंजन भी लगी हो। भागलपुर से इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का परिचालन जल्द शुरू होने वाला है। विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन भी रेलवे बोर्ड की एक्सप्रेस ट्रेनों की प्राथमिक सूची में है।
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